रक्षक या भक्षक?
जब रक्षक ही भक्षक बन जाएं तो क्या होगा? हरियाणा पुलिस के कारनामें ही कुछ ऐसे हैं। कभी वह महिला के रेप को लेकर चर्चा में रहती है तो कभी निर्दोष टैक्सी ड्राइवर को गोली से उड़ा देने पर।
इस बार एक बेगुनाह युवक को पुलिस ने अपराधी समझकर एनकाउंटर में मार गिराया। हालांकि पुलिस इसे गलतफहमी का नतीजा बता रही है, लेकिन इनकी करतूत ने दो परिवारों की खुशियों को मातम में बदल दिया।
जो युवक पुलिस की गोलियों का शिकार बना, उसकी 15 दिन बाद शादी होने वाली थी। ऐसे पुलिस वालों को क्या इनाम दिया जाए? क्यों आए दिन बेगुनाहों के खून से लाल हो रही है खाकी?
3 Comments:
सचाई क्या है, तब तक कोई क्या बोले,वेसे ऎसे कारनामे कई सालो से हो रही है.
अभी टीवी पर देखा..शर्मनाक!!
ऐसे पुलिस वालों को सार्वजनिक रूप से फांसी दी जानी चाहिए.
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