Wednesday, September 17, 2008

ये कैसे गुरू ?

पहले तो बहलाया-फुसलाया
फिर दो छात्राओं को भगाया
कभी जान से मारने के लिए धमकाया
तो कभी फेल करने के लिए डराया
उनकी हर मजबूरी का फायदा उठाया
ये कैसे गुरू ?
लूट ली छात्राओं की आबरू
पत्‍‌नी ने भी तो साथ निभाया
ये कैसा घोर कलियुग आया.

9 Comments:

At September 17, 2008 at 11:49 PM , Blogger Anil Pusadkar said...

यही हो रहा है आजकल्।सही लिखा आपने,एक बात और यदि आपको बुरा ना लगे तो वेरिफ़िकेशन का टेग हटा दिजिये

 
At September 18, 2008 at 12:17 AM , Blogger राज भाटिय़ा said...

मे अनिल जी की बात से सहमत हु, यदि आप को बुरा ना लेगे तो अनिल जी की बात मान जाये

 
At September 18, 2008 at 12:35 AM , Blogger सचिन मिश्रा said...

aap ko hui asuvidha ke liye kedh hai. aage se aap ko ye dikkt nahi hogi. aabhar.

 
At September 18, 2008 at 12:40 AM , Blogger Udan Tashtari said...

शर्मनाक!!!

 
At September 18, 2008 at 1:21 AM , Blogger Dr. Ashok Kumar Mishra said...

guru garima ko banaye rakhna jaroori hai

 
At September 18, 2008 at 10:01 AM , Blogger seema gupta said...

My god, ye kaise gurun hain kalug ke, very shameful.

Regards

 
At September 18, 2008 at 8:59 PM , Blogger ताऊ रामपुरिया said...

दरिंदगी है ये तो ! शर्मनाक कृत्य !

 
At September 18, 2008 at 9:17 PM , Blogger योगेन्द्र मौदगिल said...

बेशक...
कलियुगी गुरूऒं की यही कहानी है.
सही खबर ली आपने..

 
At September 20, 2008 at 10:14 PM , Blogger Gyan Darpan said...

शर्मनाक कृत्य

 

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