Friday, August 29, 2008

तू न होती तो..

ब्लूलाइन : अगर तू न होती तो राहगीरों पर कौन कहर ढाती
तू ही तो दिल्ली की सड़कों पर राहगीरों पर है लगाम लगाती
कब तक तू यूं ही गुल रहेगी खिलाती
और वे पीटती रहेंगी अपनी छाती
क्या तूने सड़कों से राहगीरों को उठाने की है ठानी
ये मत भूल कभी तुझे भी पड़ेगी इसकी कीमत चुकानी.

4 Comments:

At August 29, 2008 at 10:34 PM , Blogger Udan Tashtari said...

बहुत सही!!

 
At August 29, 2008 at 10:52 PM , Blogger अनूप शुक्ल said...

क्या सही। कब तक सही!

 
At August 29, 2008 at 11:20 PM , Blogger Asha Joglekar said...

sahi to hai par kab chukayegi ye blue line ki basen keemat.

 
At August 29, 2008 at 11:59 PM , Blogger Anil Pusadkar said...

kab-tak

 

Post a Comment

Subscribe to Post Comments [Atom]

<< Home