posted by सचिन मिश्रा @ 12:45 AM 3 Comments
बहुत उम्दा!
गरीब किसान की शायद यही किस्मत हे.धन्यवाद एक सुन्दर रचना के लिये
वाह क्या बात है, सुंदर।
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उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी की गलियों में पला-बढ़ा। तीर्थराज प्रयाग (इलाहाबाद) से चला और गुरुओं व पीरों की धरती (पंजाब), देवभूमि हिमाचल प्रदेश के बाद आजकल राष्ट्रीय राजधानी (दिल्ली) में हूं। फिलहाल मेरे मोबाइल का नंबर हैः 9582336011
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3 Comments:
बहुत उम्दा!
गरीब किसान की शायद यही किस्मत हे.
धन्यवाद एक सुन्दर रचना के लिये
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