वो हिंदी में बोलते हैं, तो बोलने दो राज क्यों कर रहे हो एतराज हिंद के लोग अगर हिंदी में नहीं करेंगे बात तो एक-दूसरे के कैसे समझेंगे जज्बात जया के बयान को मत समझो अपमान जनाब ! एक माह तो बंद रखनी ही पड़ेगी जुबान.
उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी की गलियों में पला-बढ़ा। तीर्थराज प्रयाग (इलाहाबाद) से चला और गुरुओं व पीरों की धरती (पंजाब), देवभूमि हिमाचल प्रदेश के बाद आजकल राष्ट्रीय राजधानी (दिल्ली) में हूं।
फिलहाल मेरे मोबाइल का नंबर हैः 9582336011
2 Comments:
बहुत सही!! मौके पर बयान आया है.
काफी सटीक जवाब दिया भाषा वाद का
Post a Comment
Subscribe to Post Comments [Atom]
<< Home